Chennai: फिल्म इंडस्ट्री (Film Industry) में आज जितने भी कलाकार हैं और उन्होंने जो भी नाम और शोहरत कमाई है अपनी मेहनत के दम पर कमाई है। बॉलीवुड इंडस्ट्री में बहुत से ऐसे कलाकार हैं, जिनके कोई गॉडफादर नहीं है, वह इस इंडस्ट्री में केवल अपनी कला और अपनी मेहनत के बलबूते पर नाम बना पाए।

कहते हैं एक डॉक्टर का बेटा डॉक्टर और किसान का बेटा किसान ही का बनता है। इन लोगों को इनकी पहचान और किस तरह काम किया जाना है, कहां मेहनत करनी है इन सब के लिए उनके पिता होते हैं। इसी तरह फिल्म इंडस्ट्री भी है, जिसमें अभिनेताओं ने अपने बच्चों को भी इस इंडस्ट्री में नाम और शोहरत के साथ अपनी जगह बनाने के लिए मदद की। परंतु किसी के दिलों में राज करना वह एक कला है, जो हर व्यक्ति अपने अपने तरीके से करता है।

आज इस पोस्ट के माध्यम से हम एक ऐसे कलाकार की बात करेंगे, जो पहले से इस इंडस्ट्री में है परंतु फिर भी इस इंडस्ट्री में उसे जगह बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। हम बात कर रहे है, साउथ फिल्म (South India Film) के हीरो सूर्या (Suriya) की।

साउथ फिल्म के सुपरस्टार सूर्या की कहानी

साउथ फिल्मों के सुपर हीरो सूर्या साउथ फिल्मों के बादशाह कहलाते हैं। इन्होंने साउथ में कई फिल्में बनाई, जो हिट से सुपरहिट हुई। आज हम सूर्या के सुपरस्टार बनने के संघर्ष से भरे सफर के बारे में जानेंगे आपको बता दें सूर्या एक तमिल फिल्म के सुपरस्टार शिव कुमार (Shiv Kumar) के बेटे हैं।

फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े होने के बाद भी सूर्या को इस इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए को बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। परंतु सूर्या की इस मेहनत ने उन्हें सूर्य की तरह चमकना सिखाया है। आज उनका नाम उनके नाम की तरह ही चमक रहा है।

सूर्या बताते हैं कि शुरुआत में उन्हें फिल्मो से कोई लगाव नहीं था और ना ही उन्हें इस इंडस्ट्री में काम करना था। इसलिए वे शुरुआत में एक कपड़ा फैक्ट्री (Textile Factory) में जॉब करने लगे जहां उन्हें हजार रुपए महीने मिलते थे।

1000 Ru की सैलरी पर काम किया है

फिल्म इंडस्ट्री से लगाओ ना होने की वजह से सूर्या ने एक कपड़ा फैक्ट्री में काम किया। उस फैक्ट्री का मालिक उन्हें केवल 1000 देता था। और इन्हीं सब में सूर्या को अपनी पहचान भी छुपानी पड़ी कि वह एक सुपरस्टार शिवकुमार के बैठे हैं।

उन्होंने करीब 8 महीने उस कारखाने में काम किया। 20 साल की उम्र में सूर्या को फिल्म के लिए अच्छे-अच्छे ऑफर आने शुरू हो गए थे। वर्ष 1995 की फिल्म आसाई में उन्हें मुख्य हीरो के लिए चुना गया था, परंतु फिल्मों से लगाव न होने की वजह से सूर्या ने इस फिल्म से साफ इंकार कर दिया था।

इस घटना के करीब 2 वर्ष बाद यानी 1997 में उन्हें डायरेक्टर वसंत की फिल्म नेररुक्कू नेर के लिए ऑफर आया जिसके प्रोड्यूसर मणिरत्नम थे। वह मणिरत्नम के काफी करीब थे और उन्हें काफी सम्मान देते थे, इस कारण से वे इस फिल्म के लिए मना नहीं कर सके और उन्होंने पहली बार साउथ की डेब्यू फिल्म की।

शुरुआती दौर काफी कठिन था

एक फिल्म करने के बाद उनका मन फिल्म की तरफ लगने लगा इसके बाद उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री (South Film Industry) में अपना नाम बनाने के लिए दिन रात अथक परिश्रम किया। एक इंटरव्यू के दौरान सूर्या कहते हैं कि जब उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर बनाने की शुरुआत की तो उन दिनों उन्हें काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

एक्टिंग डांसिंग और फाइटिंग इन सब में उनका आत्मविश्वास काफी गिरा हुआ था। जिसके कारण उन्हें फिल्मों में रोल प्ले करने में काफी कठिनाई जाती थी। तब उनकी मदद रघुवरण जोकि सूर्या के मेंटर हैं ने की। उन्होंने सूर्या को रास्ता बताया कि वे किस तरह अपने पिता से हट कर पहचान बना सकते हैं।

सूर्या की कई फिल्में हुई सुपरहिट

सूर्या (Actor Suriya) द्वारा की गई वर्ष 2001 की फिल्म नंदा उनके कैरियर में एक मोड़ की तरह नजर आई। इस फिल्म ने उन्हें तमिलनाडु राज्य के फिल्म पुरस्कारों मैं सर्वश्रेष्ठ अभिनेता होने का खिताब जीताया। इसके बाद वर्ष 2010 की फिल्म रक्त चरित्र भी सुपर हिट हुई।

सूर्या ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी परंतु कुछ खास फिल्में हैं, जो आज भी लोगों को काफी ज्यादा पसंद आती है और उस फिल्म को बार बार देखकर भी बोर नहीं होते वह फिल्म है अयान, नंदा, पिथमगन, आयथा एजुथू और 24 मूवी आदि।

सूर्या को उनकी पिक्चरों के लिए बेस्ट न्यू कमर का स्क्रीन पुरस्कार भी दिया गया। वर्तमान में सूर्या साउथ फिल्मों के सबसे कीमती सितारों में से एक हैं एक रिपोर्ट के अनुसार सूर्या एक फिल्म का लगभग 20 से 25 करोड़ लेते हैं।

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