‘दारू ना पीना भइया…पागल फिरोगे तुम बाजार में, दम निकलेगा…अर्थी सजेगा, रोएगी प्यारी बहना, होगी बड़ी खराबी…’ जब यह गाना सीएम नीतीश कुमार ने सुना तो वाह-वाह कहने से खुद को नहीं रोक सके। समाधान यात्रा के दौरान सीएम नीतीश आज सोमवार को रोहतास पहुंचे हैं। यहां वायरल गर्ल सलोनी ने मुख्यमंत्री के सामने अपना चर्चित नशा विरोधी गीत गाया।
सलोनी ने सीएम के सामने गाया – नशा में डर है, नशा जहर है, जीते जी है मर जाना है…। सलोनी अपने इसी गीत के कारण राज्य भर में चर्चित हुई है। गीत में कहा गया है कि नशा से रूप बिगड़ जाता है। बच्चे रोते-कलपते हैं। गीत में बार-बार अपने भाई से नशा छोड़ने के लिए अनुरोध किया है।
सलोनी ने यह गीत तब गाया जब सीएम पिछड़ा वर्ग-अत्यंत पिछड़ा वर्ग बालिका आवासीय विद्यालय, मोकर पहुंचे और विद्यालय का उद्घाटन किया। यहां सलोनी ने अपना नशा विरोधी वायरल गीत सीएम के सामने प्रस्तुत किया। सलोनी मध्य विद्यालय, पतलुका की छात्रा है।
इस मौके पर सलोनी को सीएम ने 3 डिसमिल जमीन का परचा भी दिया। पर्चा सलोनी की मां मंजू देवी के नाम है और उसके गांव अलीनगर में यह भूमि प्रदान की गई है। सलोनी तिलौथू प्रखंड के अलीनगर गांव के नंद किशोर सिंह और मंजू देवी की बेटी है। परिवार गरीब है और उसे पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया था। अब भूमि उपलब्ध होने के बाद आवास योजना का लाभ भी मिलेगा।
सलोनी रोहतास के मध्य विद्यालय, पतलुका में पढ़ती है। दो माह पूर्व स्कूल में प्रार्थना सभा के बाद सलोनी ने यह नशा विरोधी गीत गाया गया था। गाने में छात्रा द्वारा अपने भाई से यह अनुरोध किया जा रहा कि भइ या कभी नशा मत करना। उसने गाने के जरिए बताने की कोशिश की कि नशा करने, दारू पीने से परिवार को क्या-क्या परेशानियां होती है।
सलोनी बताती हैं कि उसे बचपन से गाने का शौक है। वह अलीनगर की रहने वाली है, उसके पापा भी गाते हैं। बताया कि मध्य विद्यालय, पतलुका के शिक्षकों द्वारा उसे निरंतर प्रोत्साहित किया जाता है, जिनकी प्रेरणा से वो सीख रही हैं और गा रही है।
सीएम ने बालिका आवासीय विद्यालय परिसर में जल-जीवन हरियाली के तहत बने सरोवर का लोकार्पण किया। सीएम नीतीश कुमार के साथ मंत्री अशोक चैधरी, विजय चैधरी, स्थानीय विधायक एवं अन्य अधिकारी भी थे। इसके बाद सीएम का काफिला पास के सेमरा गांव पहुंचा। जहां विभिन्न विभागों के द्वारा स्टॉल लगाए गए थे। सीएम ने स्टॉल पर घूम-घूम कर निरीक्षण किया। संबंधित लोगों से बातचीत भी करते रहे। इस दौरान जुटे लोगों ने अपनी समस्याओं को रखा।
बाद में सीएम नीतीश कुमार का काफिला जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय पहुंचा, जहां उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। डीआरडीए के संवाद कक्ष में लगभग एक घंटे तक समीक्षा बैठक थी, जिसमें विभिन्न योजनाओं की प्रगति, शराबबंदी को लेकर किए गए एक्शन का विवरण सीएम के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समाहरणालय में समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों के साथ बात भी की।
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