धर्मभक्ति डेस्क: वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि बहुत प्रयास करने के बाद भी रुपयों की कमी हो या मनचाहा लाभ न मिले तो इसका कारण वास्तु दोष हो सकता है। वास्तु में लक्ष्मी का आगमन महत्वपूर्ण माना जाता है। घर के दरवाजे से ही लक्ष्मी का प्रवेश होता है। इसलिए दरवाजे पर वास्तु के नियमों का पालन करना जरूरी है। यदि घर में वास्तु के अनुसार कार्य किया जाए तो लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं और घर में आय की मात्रा में वृद्धि होने लगती है।

तुलसी का पौधा

भारतीय संस्कृति में तुलसी के पौधे का बहुत महत्व है। तुलसी का पौधा बहुत ही पवित्र होता है। यह सकारात्मक ऊर्जा लाता है। तुलसी भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है, इसलिए घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगाने से मां लक्ष्मी का वास होता है, जिससे रुपयों की कमी दूर होती है।

स्वस्तिक का प्रतीक

स्वास्तिक चिन्ह बहुत ही शुभ माना जाता है। इसे साथी भी कहा जाता है। सनातन धर्म और जैन धर्म में स्वास्तिक का बहुत महत्व है। घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह रखने से लक्ष्मी देवी में सकारात्मक ऊर्जा आती है। दरवाजे पर लाल या पीले रंग का स्वस्तिक बनाना चाहिए।

चरण बनाएं

अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में हमेशा लक्ष्मी का वास हो तो आपको उनके शुभ कदमों के संकेत देने चाहिए। लक्ष्मी माता के पैरों के निशान दरवाजे के बीच की बजाय मुख्य द्वार के दोनों ओर लगाना चाहिए। ताकि कोई और लक्ष्मी माता के चरण कमलों पर न चढ़े।

फूलदान

शुक्र को धन का देवता भी माना जाता है। घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर खिले हुए फूलों के गमले रखना चाहिए, इससे शुक्र भगवान प्रसन्न होते हैं और आर्थिक तंगी दूर होती है।

दरवाजे पर तोरण

दरवाजे पर तोरण रखने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। अगर घर से रुपयों की कमी को दूर करना है तो सुंदर तोरण लगाना चाहिए। आप फूलों या पत्तियों की माला बनाकर इसे स्थापित कर सकते हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

लक्ष्मीजी को प्रसन्न करने के लिए स्वच्छता भी आवश्यक है। अगर घर में गंदगी हो तो लक्ष्मी माता का निवास संभव नहीं है। इसलिए घर का दरवाजा हो या किचन हर जगह साफ-सफाई होनी चाहिए।

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