मधुबाला की गिनती बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में होती है। 14 फरवरी 1933 को जन्मी इस एक्ट्रेस के बारे में कहा जाता है कि वह असल जिंदगी में भी उतनी ही रोती थीं, जितनी तस्वीरों में मुस्कुराती हैं। मधुबाला अब हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन उनकी यादें जिंदा हैं। आइए थोड़ा पीछे चलते हैं और उनके जीवन से जुड़े कुछ पहलुओं को जानते हैं।
हॉलीवुड एक्ट्रेस मर्लिन मुनरो का देसी अवतार
अताउल्लाह और आयशा बेगम के घर जन्मी मधुबाला को कभी हॉलीवुड अभिनेत्री मर्लिन मुनरो का देसी अवतार माना जाता था। मधुबाला के बचपन का नाम मुमताज देहलवी था। अपने जमाने की मशहूर एक्ट्रेस देविका रानी को फिल्म ‘बसंत’ में उनका काम पसंद आया. कहा जाता है कि उनके सुझाव पर मुमताज देहलवी ने अपना स्क्रीन नेम बदलकर मधुबाला रख लिया।
‘मुगल-ए-आजम’ समेत करीब 70 फिल्मों में किया काम
उन्होंने अपने करियर में ‘मुगल-ए-आजम’ समेत करीब 70 फिल्मों में काम किया और अपनी बोल्ड एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीता। 1947 में आई फिल्म ‘नीलकमल’ ने मधुबाला को लोकप्रिय बना दिया। इस फिल्म के बाद उन्हें ‘सौंदर्या देवी’ कहा जाने लगा। आगे उन्हें अशोक कुमार, रहमान, दिलीप कुमार और देवानंद जैसे बड़े कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला।
मुग़ल-ए-आज़म ने मधुबाला को किया अमर
मुगल-ए-आजम मधुबाला के करियर की वह फिल्म मानी जाती है जिसने उन्हें अमर बना दिया। 10 साल से भी ज्यादा समय में बनी इस फिल्म ने हर तरह के रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस फिल्म के दौरान दिलीप कुमार से उनके प्यार की भी चर्चा हुई थी। 9 साल तक एक दूसरे को प्यार करने के बाद आखिरकार दोनों अलग हो गए।
मधुबाला का आखिरी समय बहुत अकेला था
बाद में उनकी जिंदगी में किशोर कुमार आए और दोनों ने शादी कर ली। मधुबाला के बारे में कहा जाता है कि उनके अंतिम समय में बहुत कम लोग उनसे मिलने आते थे। 23 फरवरी 1969 को 36 साल की उम्र में मधुबाला ने तमाम बीमारियों से लड़ते हुए अपनी आखिरी सांस ली और भगवान की प्यारी हो गईं।