आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि कोई खास जगह या गाँव अपने एक अनोखे पहचान की वजह से बहुत हीं प्रसिध्द होता है, जिससे लोग उस जगह या गांव को उसके पहचान के मुताबिक हीं जानते हैं।
आज हम बात करेंगें अपने देश के अंदर के एक ऐसे गाँव की, जो कि एक खास वजह से काफी प्रसिद्ध है तथा आजकल के समय में वह एक चर्चा का विषय बना हुआ है।
तो आइए जानते हैं उस गांव और उसके विशेषताओं के बारे में सब कुछ :-
कौन सा है वह गाँव ?
हम बात कर रहे हैं माधापर गाँव (Madhapar) के बारे में, जो कि गुजरात (Gujarat) के कच्छ जिले में स्थित है। यह गांव बहुत हीं प्रसिद्ध है क्योंकि यह दुनिया के सबसे अमीर गाँव के लिस्ट में शामिल है। इस गाँव का लगभग हर एक आदमी हर तरीके से बहुत हीं संपन्न है। खास बात यह है कि यह गाँव भारत के अन्य गांवों से बिल्कुल हट करके हैं क्युकिं यहां हर चीज का एकदम अत्याधुनीक व्यवस्था है।
लन्दन में रहते हैं गांव के आधे लोग
माधापर गांव (Madhapar) के आधे से ज्यादा लोग लंदन में रहा करते है। वे लोग लंदन में नौकरी या कारोबार करके अपने गाँव के तरक्की के लिए विशेष ध्यान देते हैं। नई तकनीकों वाले आधुनिक खेती से जुड़े संसाधनों का भी प्रचलन बढ़ाते हैं तथा इसके साथ हीं साथ गली-नली तथा स्वास्थ्य सम्बंधी हर एक पहलुओं पर नज़र रखते हैं।
लग्भग हर एक आदमी अमीर
खास बात यह है कि माधापर गांव (Madhapar) में कुल 17 बैंक हैं। अगर आबादी की बात की जाए तो इस गांव में करीब 76 सौ से अधिक मकानें हैं। वहाँ एक भी घर घास-फूस के नहीं सभी घरें पक्के हैं। इन 17 बैंको में गांव के लोगों ने अभी तक करीब पांच करोड़ रुपए जमा कर रखे हैं। इस गांव के लोगों में एक खासियत है कि ये लोग चाहे जहां भी रहे लेकिन अपने गांव के भलाई के बारे में हमेशा हीं काम करते हैं।
संपन्न होने के बाद भी करते हैं खेती
इस गाँव के लोगों में सबसे खास बात यह है कि ये लोग हर तरह से परिपूर्ण होने के बाद भी अभी भी खेती पर विशेष ध्यान देते हैं। हर एक पक्के के मकान तथा आधुनिक सुविधाओं से लैस इस गाँव के लोग खेती-बारी के काम से बिल्कुल भी नहीं हिचकते हैं।
सभी को लेनी चाहिए प्रेरणा
माधापर गांव (Madhapar) के लोगों से अन्य भी लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए। सबसे खास बात यह है कि हर तरह की आधुनिक तकनीकों से लैस तथा पैसों के मामले में भी बहुत अच्छी कमाई कर रहे यहां के लोग अभी भी बहुत अच्छी तरीके से खेती करते हैं। इन लोगों में तनिक भी यह भावना नहीं है कि हम हर चीजों से परिपूर्ण हैं तो आखिर खेती क्यूँ करे। यही कारण है कि आज के समय में भी यह गाँव दुनिया के विशेषताओं में से एक है।