1936 में बनी एक पेंटिंग में स्मार्टफोन देखकर हैरानी होगी. तस्वीर 1620 के दौरान शहर में बसने के लिए लोगों के आने को दिखा रही है. पेंटिंग को इटैलियन आर्टिस्ट एल्बर्टो रोमानो ने बनाई थी. जिसे देख टाइम ट्रैवलर के दावा काफी हद तक सच होने जैसा लगेगा.
आज के दौर में हर हाथ में स्मार्टफ़ोन दिखना कोई बड़ी बात नहीं रह गई है. फ़ोन की आविष्कार होने से लेकर अब तक न जाने कितने ही बदलाव हुए हैं. लेकिन एक वक्त था जब लैंडलाइन भी मुश्किल था ऐसे में बिना तार वाला ऐसा फ़ोन जो कभी भी कहीं भी लेकर जाया जा सके इसकी कल्पना भी मुश्किल थी. लेकिन दशकों पुराने बने एक पेंटिंग में स्मार्टफोन इस्तेमाल करते शख्स को देखकर आपको जरूर हैरानी होगी क्योंकि वो पेंटिंग भी 1620 के दशक की है जब स्मार्टफोन तो छोड़िए हर घर में बिजली और लैंडलाइन का सपना भी शायद ही किसी ने देखा होगा.
जिस पेंटिंग का जिक्र किया जा रहा है उसे इटालियन आर्टिस्ट एल्बोट एल्बर्टो रोमानो ने बनाया था. पेंटिंग का नाम था ‘मिस्टर पायनचॉन एंड द सेटलिंग ऑफ स्प्रिंगफील्ड’. तस्वीर में गुलाबी सूट पहने शख्स का नाम ही है मिस्टर पायनचॉन. जिसमें 16 के दशक की छवि उभारी गई है. जहाँ शहर में बसने के लिए लोगों के आने का सिलसिला दिखाया जा रहा है.
क्या सच में होते हैं टाइम ट्रैवेलर?
इस पेंटिंग की सबसे खास बात यह है कि इसमें अमेरिकी मूल का एक शख्स जिसके बदन पर कपड़े नहीं हैं वो अपने हाथ में एक चौकोर चीज़ को पकड़े दिखा. जिसे लेकर दावा किया गया कि शायद यह एक स्मार्टफ़ोन है. लेकिन उस दौरान इसकी परिकल्पना भी नामुमकिन थी ऐसे में पेंटिंग में स्मार्ट फ़ोन कैसे बन गया. यही वजह है कि अब टाइम ट्रैवलर के दावे को लोग सच मानने के लिए मजबूर हो रहे हैं. तस्वीर देखने से लगता है जैसे वो शख्स फोन से सेल्फी ले रहा हो. हालांकि कुछ लोगों का दावा है कि शख्स के हाथ में दिख रही है चौकोर चीज़ आईना भी हो सकती है. अब जिनके जेहन में टाइम ट्रैवलर को लेकर सवाल दौड़ रहे हैं उन्हें बता दें कि टाइम ट्रैवलर उन्हें कहा जाता है जो अपने वक्त से काफी पीछे और आगे यानी भविष्य में जाने की क्षमता रखता हो. खबरों में अक्सर टाइम ट्रैवलर का जिक्र लोग सुने जाते हैं, जो दावा करते हैं कि उन्होंने भविष्य के बड़े खतरों को देख लिया है.
दशकों पुरानी पेंटिंग में मोबाइल फोन ने किया हैरान
हालांकि ये पहली बार नहीं है जब बेहद पुराने दौर की किसी तस्वीर में स्मार्ट फ़ोन या मोबाइल का इस्तेमाल देखकर हैरानी हुई हो. 1928 की चार्ली चैपलिन मूक कॉमेडी फिल्म की पृष्ठभूमि में एक महिला ‘मोबाइल फोन’ पकड़े दिखाई दी थी.
वहीं 17 वीं शताब्दी की एक और पेंटिंग में एक महिला आई फ़ोन की तरह दिखने वाली एक चौकोर चीज़ को पकड़े दिखाई देती है. ये पेंटिंग ‘पीटर डी हूच’ ने तैयार की थी. जिसका नाम है ‘मैन हैंडिंग ए लेटर टू ए वुमन इन एंट्रेंस हॉल ऑफ ए हाउस’. इन सभी तस्वीरों ने एक बार फिर से टाइम ट्रैवलर के बारे में सोचने के लिए मजबूर कर दिया. एक ऑनलाइन पत्रिका मदरबोर्ड में 1936 की पेंटिंग के साथ लेख लिख कर सभी का ध्यान टाइम ट्रैवेलर के दावे की ओर खींच लिया.