– विदेशों से और भारत के विभिन्न राज्यों से 3 साल में जानवरों और पक्षियों के आयात पर लगभग 5.47 करोड़ रुपये खर्च किए गए
अहमदाबाद। शनिवार 19 मार्च 2022
गुजरात के केवड़िया जंगल सफारी में पक्षियों और जानवरों की मौत को लेकर अहम खबर सामने आई है. सफारी ने कथित तौर पर 163 जानवरों और पक्षियों में से 53 को मार डाला। केवड़िया जंगल सफारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है।
यह जानकारी कांग्रेस विधायक शैलेश परमार द्वारा विधानसभा के मौजूदा सत्र के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में दी गई। गुजरात सरकार के जवाब में कहा गया है कि 163 जानवरों और पक्षियों में से 53 की मौत हो गई, जो विदेशों से और भारत के विभिन्न राज्यों से लाए गए थे। पता चला है कि 22 पक्षी और जानवर विदेशी हैं।
इसकी लागत कितनी आई?
वर्ष 2019, 2020 और 2021 में सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, विदेशों से और भारत के विभिन्न राज्यों से जानवरों और पक्षियों के आयात पर लगभग 5.47 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
इन जानवरों और पक्षियों को लाया गया था
विदेशों से और देश के विभिन्न राज्यों से आयातित जानवरों और पक्षियों में गिलहरी, बंदर, मर्मोसेट, हरा इगुआना, रिंगटेल, लाल इगुआना, कैप्पुकिनो बंदर, घड़ी, ब्लैक पैंथर, कैरोलिना बतख, अल्पाका, लामा, बौना, जिराफ आदि शामिल हैं।
मृत्यु का कारण
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जानवरों की मौत के कारणों में हाइपोवोलेमिक शॉक, सांस लेने में कठिनाई, बहु-अंग विफलता, निमोनिया, हृदय गति रुकना आदि शामिल हैं।