देश में देवी-देवताओं के कई मंदिर हैं, प्रत्येक मंदिर अपने चमत्कार के लिए बहुत प्रसिद्ध हो गया है, आज हम आपको उसी मंदिर में पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हांसी शहर में भगवान जगन्नाथ समाधि मंदिर में पेड़ है, हरयाणा।
जहां एक पेड़ कट गया है लेकिन वह वहीं खड़ा है। चमत्कार यह है कि पत्ते अभी भी हरे हैं। यह वह पेड़ है जहां भगवान जगन्नाथ बैठकर तपस्या करते थे। कहा जाता है कि 1586 ईस्वी में बाबा जगन्नाथ इस क्षेत्र में आए थे हरियाणा के और वहीं बस गए
उस समय हरियाणा में हिंदू आबादी का नामो-निशान भी नहीं था, उनका डेरा बनने के बाद कई हिंदू लोग वहां जाकर बस गए और बाबा जगन्नाथ को उस मंदिर में दफना दिया गया।
आप देख सकते हैं कि पेड़ काट दिया गया है, लेकिन यह अन्य पेड़ों की मदद से जीवित है, लेकिन खास बात यह है कि उस पेड़ के पत्ते अभी भी हरे हैं। हर कोई इसे भगवान जगन्नाथ का चमत्कार मान रहा है। आज, जगन्नाथ समाधि के दर्शन के लिए देश भर से कई लोग आते हैं।
आज इस मंदिर में कई श्रद्धालु अपनी आस्था की पूर्ति के लिए आते हैं। जब हर भक्त बाबा जगन्नाथ के दर्शन करके अपनी मनोकामना पूरी करता है। आज इस चमत्कार को देखने और अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए देश भर से भक्त बड़ी संख्या में इस मंदिर में आते हैं। जगन्नाथ ईश्वर से भी प्रार्थना करता है।