कुछ लोग होते हैं जिनकी उम्मीदें भले टूट जाएं लेकिन उनके हौसले बुलंद रहते हैं. ऐसे लोग अपनी ज़िंदगी का सबसे बड़ा मौका गंवाने के बावजूद निराश नहीं होते, बल्कि कोई दूसरा रास्ता खोज निकालते हैं. ठीक उसी तरह जिस तरह उत्तर प्रदेश पुलिस के इस जवान ने खोज निकाला.

पुलिस सर की पाठशाला

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के सिपाही मो. जाफर ड्यूटी खत्म करने के बाद रोज गरीब बच्चों को निशुल्क पढ़ाते हैं. मो. जाफर चचरी पुलिस चौकी के बगल में हर रोज एक पेड़ के नीचे पुलिस सर की पाठशाला चलाते हैं. यहां वह बच्चों को बिना फीस लिए पढ़ाते हैं.

बच्चों को देते हैं निशुल्क शिक्षा

पुलिस सर की इस पाठशाला में कक्षा 1 से 10 तक के बच्चे ट्यूशन पढ़ने आते हैं. एक घंटे की इस क्लास में बच्चों को गणित, साइंस समेत लगभग सभी विषय पढ़ाए जाते हैं. इसी पाठशाला में नवोदय स्कूल में एडमिशन लेने की तैयारी करने वाले भी बच्चे ट्यूशन पढ़ते है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, रोज ट्यूशन पढ़ने आने वाले 7वीं क्लास के करन और शिवानी कश्यप बताते हैं कि पुलिस सर बहुत ही शानदार पढ़ाते हैं. उन्हें इससे काफी मदद मिलती है.

इन बच्चों का कहना है कि उनके परिवार आर्थिक रूप से इतने संपन्न नहीं कि उन्हें प्राइवेट ट्यूशन पढ़ा सकें. जाफर सर की क्लास में उन्हें बेहतरीन शिक्षा बिना कोई फीस दिए मिलती है.

दो बच्चों के पिता रणवीर सिंह का कहना है कि पुलिस सर रोजाना बच्चों को निशुल्क पढ़ाते हैं और ये बहुत ही शानदार पहल है.

रिपोर्ट द्वारा बताया गया कि सिपाही मो. जाफर का कहना है, अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद वह घूमने-टहलने की बजाए रोज गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं.जाफर साइंस ग्रेजुएट हैं और उनका सपना था कि वह सिविल सर्विसेज में जाएं लेकिन उनका ये सपना पूरा न हो पाया.

बनना चाहते थे IAS

भले ही मो. जाफर का आईएएस और आईपीएस बनने का सपना नहीं पूरा हो पाया लेकिन वह चाहते हैं कि उनके पढ़ाए इन बच्चों में से कोई ये सपना पूरा करे. उनका कहना है कि उनके इस प्रयास से अगर कोई भी बच्चा कामयाब हो गया तो वह समझेंगे कि उनकी ख्वाहिश पूरी हो गई. जाफर बताते हैं कि उनकी पुलिस सर की ये पाठशाला हर रोज गोंडा जिले के करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र के चचरी पुलिस चौकी के बगल में रोजाना शाम 4 बजे शुरू होती है.

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