शोमैन के नाम से मशहूर रहे अभिनेता राज कपूर की फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ की गिनती बेहतरीन फिल्मों में की जाती है। यह फिल्म अपनी कहानी के साथ-साथ अपने डायलॉग और किरदारों की वजह से दर्शकों के बीच खास जगह बनाने में कामयाब रही। फिल्म के कलाकारों ने अपने अभिनय से इसमें चार चांद लगा दिए थे। अपने दौर की मशहूर अदाकारा रहीं जीनत अमान ने गजब का अभिनय किया था। उन्होंने रूपा नाम की लड़की की भूमिका निभाई थी। इसके बावजूद अपने जमाने के सुपरस्टार दिवंगत अभिनेता देवानंद ने इस फिल्म को ‘डर्टी पिक्चर’ करार दिया था। आखिर क्यों? आइए जानते हैं…
विवादों में रही फिल्म
शशि कपूर और जीनत अमान अभिनीत फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ वर्ष 1978 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म हिट साबित हुई। इसमें जीनत अमान का किरदार काफी बोल्ड था। इसके चलते यह फिल्म विवादों में भी घिरी रही थी। फिल्म में जीनत अमान का किरदार आज भी इंडस्ट्री के सबसे बोल्ड किरदारों में शामिल है। राज कपूर ने अपने समय की ग्लैमर गर्ल जीनत अमान को काफी इरॉटिक अंदाज में पेश किया था। दृश्य और विषय के चलते यह फिल्म कई विवादों में घिरी रही।
राज कपूर की सफलता से खुश नहीं थे देवानंद
फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। पत्रकार वीर सांघवी ने अपनी आत्मकथा ‘ए रूड लाइफ’ में लिखा है कि जीनत अमान की फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ ठीक उसी समय रिलीज हुई, जिस वक्त देवानंद की फिल्म ‘देस परदेस’ रिलीज हुई। इस फिल्म ने देवानंद के खत्म होते करियर को नई दिशा दी थी। लेकिन राज कपूर की सफलता से अभिनेता देवानंद खुश नहीं थे। फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ के बारे में देवानंद ने सांघवी से कहा था, ‘यह एक ‘डर्टी पिक्चर’ है। क्या आपने नोटिस किया कि कैसे कैमरा जीनत की बॉडी पर फोकस करता रहा?’
इस तरह बनी थीं रूपा
एक बातचीत के दौरान जीनत अमान ने इस फिल्म में अपने किरदार रूपा के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था, ‘एक दिन जब हमारा शूट खत्म हो गया, तब मैंने रूपा के रोल में जाने की कोशिश की। मैंने घाघरा-चोली पहना और अपने फेस को एक साइड से जला हुआ दिखाने के लिए टिश्यू पेपर लगा लिया। मैंने वह सब किया, जिससे मैं रूपा को प्रस्तुत कर सकूं। इसके बाद मैं राज कपूर जी से मिलने पहुंची। वहां मैं गेट पर रुक गई, जब गार्ड ने मुझसे पूछा कौन? तो मैंने कहा,राज जी से कहिए रूपा आई है।’