अगर कोई व्यक्ति शिखर पर पहुंचने की कामना रखता है तो उसको इसके लिए त्याग और समर्पण की आवश्यकता होती है. खासकर जब यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा की बात हो तो इस परीक्षा में तो यह सारी चीजें बेहद ही सख्ती के साथ लागू होती है. इस परीक्षा में हर साल लाखों अभ्यर्थी हिस्सा लेते हैं. लेकिन जो इन पैरामीटर्स पर खरे उतरते हैं. उन्हीं अभ्यर्थियों को इन परीक्षा में सफलता मिलती है. आज हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बताने वाले हैं. जिसको आईएएस बनने से पहले एक अच्छी खासी कंपनी से 55 लाख का पैकेज मिला था लेकिन उसने इस पैकेज को ठुकरा कर आई ए एस की तैयारी करना लाजमी समझा और मेहनत के दम पर अब उसने यह सपना पूरा भी कर लिया है.
यूपीएससी के लिए छोड़ा 55 लाख का पैकेज
हम अजमेर के मोहिनी विहार इलाके के रहने वाले भविष्य देसाई के बारे में बात कर रहे हैं. जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 29 वीं रैंक हासिल करके अपनी मेहनत का लोहा मनवा दिया है. लेकिन यहां पहुंचने के लिए उन्होंने कई संघर्ष और त्याग किए हैं. ना सिर्फ त्याग और संघर्ष किया बल्कि 55 लाख रुपए का अच्छा खासा पैकिंग भी ठुकरा दिया.
इन्होंने आईआईटी कानपुर से साइंस में इंजीनियरिंग किया था. इसके बाद इन्हें गु़डगांव की एक बड़ी कंपनी से जॉब का ऑफर मिला था और पैकेज भी 55 लाख का था, लेकिन उन्होंने यह ठुकरा दिया और यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया. और इनको इस बात की प्रेरणा मिली केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर से. भविष्य देसाई ने शुरुआत में ही ठान लिया था कि उन्हें यूपीएससी की परीक्षा में 100 वी रैंक के अंदर आना है और हुआ भी ऐसा ही. इन्हें 29 वीं रैंक प्राप्त हुई.
परिवार का भी रहा पूरा सपोर्ट
भविष्य देसाई इस सफलता का श्रेय अपनी मेहनत को तो देते ही हैं. इसके साथ ही यह अपने परिवार को भी इस सफलता का श्रेय देते हैं. इनके पिताजी एमडीएस यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं, तो इनकी माताजी सरकारी टीचर हैं. वहीं इनकी बहन एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है. यह कहते हैं कि उनकी इस सफलता में उनके परिवार ने भी अहम योगदान दिया है और यही वजह रही कि उन्होंने यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को बिना इंस्टिट्यूशन के ही पास किया है.