1. वर्षा को कैसे मापा जा सकता है?

वर्षा मापने के लिए एक विशेष प्रकार के यंत्र या यंत्र का प्रयोग किया जाता है, जिसे वर्षामापी या वर्षामापी कहते हैं। मशीन को ऐसी जगह पर लगाया जाता है जहां आसपास कोई पेड़ या दीवार न हो, यानी उन्हें खुली जगह में लगाया जाता है ताकि बारिश का पानी सीधे मशीन में चला जाए।

2. रेन गेज मशीन कैसे काम करती है?यह कैसा दिखता है? !!


डिवाइस एक सिलेंडर की तरह है और शीर्ष पर एक फ़नल है अन्यथा डिवाइस का शीर्ष फ़नल की तरह है। वर्षा का पानी फ़नल में प्रवेश करता है और डिवाइस के नीचे रखे बोतल जैसे कंटेनर में इकट्ठा होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पहला रेन गेज ब्रिटेन के क्रिस्टोफर रेन ने साल 1662 में बनाया था.

3. वर्षा को कितनी बार मापा जाता है?

वर्षा को आमतौर पर दिन में एक बार मापा जाता है, लेकिन मानसून के दौरान बारिश को दिन में दो बार मापा जाता है, पहले सुबह आठ बजे और फिर शाम को पांच बजे।

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