कोलकाता के तपस शांडिल्य ने अपनी पत्नी इंद्राणी को अपनी आंखों के सामने जीवित रखने के लिए ऐसा कार्य किया है जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। तपस शांडिल्य की पत्नी आज भी घर में झूले पर बैठी दिखती हैं।

अपने प्यार को पाने के लिए लोग किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं। अगर किसी का जीवनसाथी उससे दूर चला जाता है, तो उसकी कमी को पूरा करना नामुमकिन होता है। लेकिन एक शख्स ने पत्नी की मौत के बाद उसे अपने बीच जीवत रखा है। यह आपको सुनकर यकीन नहीं हो रहा होगा। हम आपको इसके पीछे की पूरी कहानी नीचे अपनी खबर में बताएंगे।

कोलकाता के तपस शांडिल्य ने अपनी पत्नी इंद्राणी को अपनी आंखों के सामने जीवित रखने के लिए ऐसा कार्य किया है जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। तपस शांडिल्य की पत्नी आज भी घर में झूले पर बैठी दिखती हैं। उनकी पत्नी ने अपनी पसंद की सिल्क साड़ी और सोने के आभूषणों को पहना हुआ है। उनको देखकर लगता है कि वह अभी बोल पड़ेंगी।

दरअसल तपस शांडिल्य ने पत्नी की मौत के बाद अपने गम को भुलाने के लिए उनकी एक सजीव दिखने वाली मुर्ति बनवाई है। इस मूर्ति को बनवाने के लिए उन्होंने ढाई लाख रुपए खर्च किए। ढाई लाख रुपये से बनी उनकी मूर्ति बिल्कुल इंसान की तरह सजीव दिखती है।

वीआईपी रोड स्थित घर में इंद्राणी को उनकी पसंदीदा स्थान पर एक झूलते हुए सोफे पर बैठाया गया है। इंद्राणी के इस पुतले को देखकर उनके पड़ोसी, इलाके के बाहर से आने वाले लोग आकर्षित होते हैं। 65 साल के तपस शांडिल्य एक सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी हैं। उनका कहना है कि वह अपनी पत्नी से बहुत प्यार करते हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान तपस शांडिल्य की पत्नी की मौत हुई थी। पत्नी के मौत के बाद तपस बिल्कुल अकेले हो गए थे। अपने इस गम से निकलने के लिए उन्होंने बहुत कोशिश की। इस बीच उन्होंने अपनी पत्नी की सिलिकॉन स्टैच्यू बनने का निर्णय लिया है।

उन्होंने 2022 की शुरुआत में पत्नी की सिलिकॉन स्टैच्यू बनवाने के लिए मूर्तिकार सुबीमल दास को ऑर्डर दिया। इसके बाद दास ने कड़ी मेहनत से तपस की पत्नी इंद्राणी शांडिल्य के हूबहु व जीवित दिखने वाला स्टैच्यू बनाया। इसे बनाने में छह महीने का समय लगा।

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